उत्तराखंड की अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ संसदीय क्षेत्र से लगातार तीसरी बार चुनाव जीते अनुभवी अजय टम्टा को मोदी सरकार में बड़ी जिम्मेदारी मिली है। उन्हें केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सोमवार को केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राज्य मंत्री अजय टम्टा ने मुलाकात की। नई दिल्ली में उत्तराखंड सदन में हुई मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने उन्हें नए दायित्व के लिए समस्त प्रदेशवासियों की ओर से शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय राज्यमंत्री हमेशा प्रदेश के विकास के लिए समर्पित रहे हैं। उन्हें पूर्ण विश्वास है कि उनका प्रशासनिक अनुभव व जनसेवा के प्रति समर्पण राज्य के विकास में सहायक साबित होगा।
उत्तराखंड सदन में मुख्यमंत्री से कैबिनेट मंत्री डा धन सिंह रावत ने भी मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री को राज्य में भाजपा को मिली जीत पर शुभकामनाएं दीं। कुमाऊं से केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले वह छठे सांसद हैं। आज अजय टम्टा ने जो राजनीतिक मुकाम हासिल किया है इसके पीछे उनका सरल स्वभाव और बेदाग छवि बड़ा कारण है। उन्होंने 29 वर्ष के राजनीतिक सफर में निर्विवाद रहकर पार्टी को मजबूत करने का काम किया। जनता के बीच भी उनकी गहरी पकड़ रही है। यही कारण रहा कि उन्हें लगातार तीसरी बार जनता ने रिकॉर्ड मत देकर दिल्ली भेजा।
52 वर्षीय अजय टम्टा ने 23 साल की उम्र में अपने सियासी सफर की शुरुआत की थी। वर्ष 1996 में जिला पंचायत सदस्य के रूप में उनकी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत हुई। इसी वर्ष वह जिला पंचायत उपाध्यक्ष चुने गए। वर्ष 1999 से 2000 तक जिला पंचायत अध्यक्ष रहे और तब उन्होंने सबसे कम उम्र का जिपं अध्यक्ष बनने का रिकार्ड बनाया। 2007 में भाजपा के टिकट पर सोमेश्वर सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ा और देहरादून पहुंचे। 2009 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन जीत हासिल करने से चूक गए।