बड़ी खबर:, दो हफ्ते में बाजार में उपलब्ध होगी कोरोना वायरस की दवा, पतंजलि ने किया है ये दावा
स्वामी रामदेव का पतंजलि योगपीठ इस समय पूरे भारत में सबसे बड़ी चर्चा का विषय बन गया है और इसके पीछे कारण है वह दावा जिसके अनुसार आने वाले दो हफ़्तों के अंदर कोरोना वायरस की दवा उपलब्ध हो जाएगी।
स्वामी रामदेव का पतंजलि योगपीठ इस समय पूरे भारत में सबसे बड़ी चर्चा का विषय बन गया है और इसके पीछे कारण है वह दावा जिसके अनुसार आने वाले दो हफ़्तों के अंदर कोरोना वायरस की दवा उपलब्ध हो जाएगी। यह दावा किया है पतंजलि योगपीठ के आयुर्वेदाचार्य आचार्य बालकृष्ण ने जिन्होंने कहा है कि आयुर्वेद दवाओं के एक खास मिश्रण से कोरोना संक्रमण का इलाज पूरी तरह से संभव है। अब कोरोना वायरस संक्रमण से बचाने में दवाओं का ये मिश्रण बतौर वैक्सीन भी पुख्ता काम करता है। दवा के मुख्य घटक अश्वगंधा, , गिलोय, , तुलसी, , श्वसारि रस और अणु तेल होंगे। इनका मिश्रण और अनुपात शोध के अनुसार तय किया गया है, जिससे ये कोरोना वायरस के प्रभाव को पुख्ता तरीके से खत्म कर देता है।
पतंजलि अनुसंधान संस्थान में चीन में कोरोना वायरस संक्रमण लगातार बढ़ते प्रभाव के बाद योगगुरु बाबा रामदेव की सलाह और निर्देश पर जनवरी 2020 से ही इस पर शोध करना शुरू कर दिया था। शोध में कुल 14 वैज्ञानिकों की टीम, जिसमें पांच महिलाएं भी शामिल है। टीम ने पांच महीनों तक कड़ी मेहनत के बाद ये नतीजे हासिल किए हैं। शोधकर्ताओं ने करीब पांच माह तक आयुर्वेदिक गुणों वाले 150 से अधिक पौधों के 1550 से ज्यादा कंपाउंड पर दिन-रात शोध किया है। शोध पत्र अमरीका के वायरोलॉजी रिसर्च मेडिकल जनरल में प्रकाशित होने भेजा जा चुका है और प्री-क्वालिफेशन दौर में चल रहा है , जबकि अमेरिका के ही ‘बायोमेडिसिन फार्मोकोथेरेपी’ इंटरनेशनल जर्नल में इसका प्रकाशन हो चुका है।
आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि पतंजलि अनुसंधान संस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण की दवा बनाने को लेकर पिछले पांच महीने तक शोध चला और चूहों पर कई दौर के इसके सफल परीक्षण किए गए, जिसके बाद ही ये सफलता मिली है। उन्होंने बताया कि इसके लिए जरूरी क्लीनिकल केस स्टडी भी पूरी हो चुकी है, जबकि क्लीनिकल कंट्रोल ट्रायल अपने अंतिम दौर में है। जल्द ही इसका डाटा मिलने वाला है, जिसके मिलते ही फाइनल एनालिसिस कर करीब दो हफ्तों के अंदर दवा बाजार में उतार दी जाएगी।
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