केदारघाटी में फंसे यात्रियों का रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो चुका है। जिसके बाद पुष्कर सिंह धामी की सरकार ने केदारनाथ यात्रा एक बार फिर शुरू करने की तैयारी में है। ऐसे में, सरकार ने यात्रियों को हेलीकॉप्टर किराये में 25 प्रतिशत छूट देने की घोषणा की है। वहीं, पैदल यात्रियों के लिये भी, वैकल्पिक मार्गों को विकसित किया जा रहा है। 31 जुलाई की रात भीमबली के पास बादल फटने से भीमबली, रामबाड़ा, गौरीकुंड समेत पैदल मार्ग कई स्थानों पर बह गया है। वहीं, सोनप्रयाग में भूस्खलन के बाद, सड़क मार्ग भी 50 मीटर से अधिक बह चुका है।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को ऐलान किया कि केदारनाथ में हेलीकॉप्टर सेवाएं बुधवार से बहाल होंगी, जिसमें तीर्थयात्रियों को किराए में 25 प्रतिशत की छूट मिलेगी। धामी ने मंगलवार को रुद्रप्रयाग में सीनियर अधिकारियों के साथ बैठक की और बारिश से हुई तबाही के बाद केदारनाथ ट्रेक मार्ग में राहत और बचाव अभियान की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा, “बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। भूस्खलन से 29 जगहों पर सड़कें टूट गई हैं। पानी, बिजली और दूरसंचार लाइनें बड़े पैमाने पर प्रभावित हुई हैं।” बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि तीर्थयात्रियों के लिए वैकल्पिक मार्ग तैयार किया जाना चाहिए और नए हेलीपैड भी बनाए जाने चाहिए।

पुष्कर सिंह धामी ने रामपुर जीएमवीएन में स्थानीय लोगों से संवाद के दौरान उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने प्रभावितों की सभी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने इन कठिन परिस्थितियों में सरकार और प्रशासन द्वारा संचालित रेस्क्यू अभियान में कंधा से कंधा मिलाकर सहयोग के लिए स्थानीय लोगों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने केंद्र सरकार का भी आभार जताते हुए कहा कि अतिवृष्टि के बाद से ही केंद्रीय सरकार द्वारा चिनूक और एमआई हेलीकॉप्टर सहित हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई गई।