उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में नाबालिग से रोडवेज की बस में गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया।देहरादून ISBT में किशोरी के साथ रोडवेज बस के अंदर 5 लोगों ने गैंगरेप किया। अब मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया।
देहरादून गैंगरेप मामले में पुलिस एक्शन में है। पुलिस ने मामले में पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें पहला आरोपी रवि कुमार(34) निवासी नवाबगंज फर्रुखाबाद यूपी है. रवि कुमार सरकारी ड्राइवर है. दूसरा आरोपी धर्मेंद्र कुमार है, जो अनुबंधित ड्राइवर है. धर्मेंद्र कुमार हरिद्वार के बुग्गावाला का रहने वाल है. तीसरा आरोपी एक कंडेक्टर है. जिसकी पहचान देवेंद्र कुमार( 52) के रूप में हुई है. देवेंद्र भगवानपुर हरिद्वार का रहने वाला है. चौथे आरोपी की पहचान राजपाल(57) के रूप में हुई है. राजपाल भी अनुबंधित ड्राइवर है. वह बुग्गावाला हरिद्वार का रहने वाला है। पांचवें आरोपी की पहचान राजेश कुमार के रूप में हुई है। राजेश कुमार डिपो का कैशियर है, वह माजरा देहरादून का रहने वाला है।बताया जा रहा है कि ड्राइवर धर्मेंद्र और कंडेक्टर देवेंद्र ही किशोरी को दिल्ली से देहरादून लेकर आये थे। इस पूरी वारदात के बाद पुलिस ने पांचों आरोपियों के खिलाफ 70(2)भारतीय न्याय संहिता 5(G)/6 पॉक्सो की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर किया है. साथ ही जिस बस में दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया उस बस को एफएसएल (Forensic Science Laboratory) जांच के लिए भेज दिया गया है. पुलिस ने नाबालिग के परिजनों को देहरादून बुलाया है।
बता दें कि बीती 12 अगस्त की देर यानी 13 अगस्त की सुबह करीब 2 बजे आईएसबीटी में तैनात सुरक्षाकर्मी की सूचना पर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की टीम ने बदहवास हालत में मिली किशोरी को मौके से रेस्क्यू किया था. कमेटी ने किशोरी की काउंसलिंग कराई, जिसके बाद घटना का खुलासा हुआ। जिस पर सीडब्ल्यूसी की टीम ने कल यानी शनिवार 17 अगस्त को आईएसबीटी चौकी पर मुकदमा दर्ज कराया। वहीं, उत्तराखंड के देहरादून में दिल दहला देने वाली इस घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों में से पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि इस घटना को अंजाम देने वाले कोई और नहीं बल्कि बस से जुड़े कर्मचारी हैं. फिलहाल, पुलिस सभी आरोपियों को सख्ती से पूछताछ कर रही है।
आईएसबीटी में नाबालिक बालिका के साथ हुई दुष्कर्म की घटना में प्रकाश में आये पांचो अभियुक्तों को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया था, जिनसे विस्तृत पूछताछ में उनके द्वारा नाबालिक बालिका के साथ दुष्कर्म किया जाना प्रकाश में आया, जिस पर पुलिस द्वारा पांचो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। घटना में प्रयुक्त उत्तराखंड परिवहन निगम की बस संख्या – (UK 07 PA 5299) को कब्जे में लेकर फॉरेंसिक टीम द्वारा जांच कर बस से एविडेंस एकत्रित किए
पूछताछ में अभियुक्त देवेन्द्र द्वारा बताया गया कि उक्त पीडित बालिका उसे दिल्ली कशमीरी गेट स्टेशन पर मिली थी, जो उससे पजांब जाने वाली बस के बारे में जानकारी ले रही थी, अभियुक्त उक्त नाबालिक बालिका को अपने साथ देहरादून चलने तथा वहां से पौंटा होते हुए पजांब भेजने की बात बताते हुए उसे देहरादून लेकर आया, जहां रात्री में बस से सभी सवारियों के उतरने के बाद अभियुक्त द्वारा बस ड्राइवर धर्मेन्द्र के साथ मिलकर उक्त नाबालिक बालिका के साथ दुष्कर्म किया गया, तत्पश्चात आस-पास खडी अन्य बसों के चालकों राजपाल राणा व रवि कुमार को इस सम्बंध में पता चलने पर उनके द्वारा भी नाबालिक बालिका के साथ दुष्कर्म किया गया, घटना के बाद बस कन्डक्टर देवेन्द्र द्वारा कैश काउंटर में पैसा जमा कराने के दौरान उक्त नाबालिक बालिका के विषय में कैशियर राजेश सोनकर को बताया गया, जिसके द्वारा भी नाबालिक बालिका के साथ बस में दुष्कर्म किया गया।