देहरादून में गर्मी रिकॉर्ड तोड़ रही है। न दिन में चैन मिल रहा है, न रात को सुकून। धूप ऐसी कि तन को झुलसा दे। पेड़ों की छाया में गर्म हवा के थपेड़े राहत की सांस नहीं लेने दे रहे हैं। शनिवार को दून का तापमान 12 साल बाद सबसे अधिक रिकॉर्ड किया गया। वर्ष 2012 में मई महीने का अधिकतम तापमान 43.1 डिग्री सेल्सियस रहा था। शनिवार को यहां अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस अधिक 41.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
उधर मौसम वैज्ञानिकों का कहना है आने वाले कुछ दिनों में गर्मी बढ़ने के साथ हीट वेव परेशान करेगी। बीते 10 सालों में दून के तापमान की बात करें तो 41 डिग्री तापमान कभी नहीं पहुंचा। इससे पहले बीते शुक्रवार को भी दून का अधिकतम तापमान 40.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। दून का तापमान इससे पहले साल 2012 में 30 मई को 43.1 दर्ज किया गया था। यह मई महीने में अब तक का ऑल टाइम रिकॉर्ड है। देहरादून मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा, आने वाले तीन दिनों में अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। प्रदेश के मैदानी इलाकों में गर्म हवाएं चलने का अनुमान जताया जा रहा है।
दून के भीड़ भरे बाजार आइएसबीटी, कारगी चौक, घंटाघर, चकराता रोड, आशारोड़ी, झाझरा आदि क्षेत्र में गर्मी अधिक महसूस की जा रही है। जबकि एफआरआइ, बिधौली, कंडोली, गढ़ीकैट व मालदेवता क्षेत्र में अन्य स्थानों के मुकाबले एक से दो डिग्री तापमान कम है। दून के साथ-साथ ऊधमसिंह नगर का अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 41.0 व न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 24.0 डिग्री सेल्सियस रहा। मुक्तेश्वर का अधिकतम तापमान सामान्य से पांच अधिक 29.7 .डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 16.5 डिग्री सेल्सियस रहा। टिहरी का अधिकतम तापमान 29.1 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 16.0 .डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा और टिहरी के कुछ इलाकों में हल्की बारिश होने के आसार हैं। जबकि अन्य जिलों में मौसम शुष्क रहेगा।