Uttarakhand

उत्तराखंड: आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए दीपक नैनवाल की पत्नी ज्योति सेना में बनी अफसर

देश की सीमा पर सुरक्षा करनी हो या अपने वतन के लिए प्राण न्योछावर करने हो, देवभूमि के जवान पीछे नहीं हटते। वे बिना किसी चिंता के देश के लिए प्राण तक त्यागने के लिए हर समय तत्पर रहते हैं। उत्तराखंड ने न जाने अपने कितने वीरों को हमेशा हमेशा के लिए खो दिया है। मगर सलाम है उन वीरों की वीरांगनाओं को, मातृशक्ति को, जो इतने असीम दुःखो को सहने के बाद भी नहीं टूटतीं, बल्कि दर्द और तकलीफों को भुला कर साहस और हिम्मत का परिचय देती हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही वीरांगना के बारे में बताने जा रहे हैं जो पति की शहादत के बाद टूटी नहीं, बल्कि दर्द और दुःख को पीछे छोड़ते हुए साहस की नई इबारत लिख दी। हम बात कर रहे हैं शहीद दीपक नैनवाल की पत्नी ज्योति नैनवाल की जो कि अपने पति की शहादत के बाद देश की सेवा के लिए उनकी राह पर चल पड़ी हैं। जी हां, वे सेना में अफसर बनने जा रही हैं और आज वे चेन्नई में ट्रेनिंग एकेडमी से पास आउट होंगी। बता दें कि अपने पति की शहादत के बाद उन्होंने भी देश सेवा का संकल्प लिया और सेना में जाने का निर्णय लिया। आगे पढ़ें:

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देहरादून जिले के निवासी नायक दीपक नैनवाल बीती 10 अप्रैल 2018 को जम्मू कश्मीर में आतंकी मुठभेड़ में घायल हो गए थे। 3 गोली लगने के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। 20 मई 2018 को उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा। उनकी पत्नी ज्योति की दुनिया उजड़ गई थी, मगर उन्होंने संघर्ष की राह चुनी। उन्होंने मन में ठाना कि वे भी अपने शहीद पति की राह पर चलेंगी और उन्होंने भी शहीद दीपक की तरह देश सेवा का संकल्प लिया। शहीद दीपक नैनवाल के दो बच्चे हैं, बेटी लावण्या और बेटा रेयांश। लावण्या कक्षा चार में पढ़ती है और रेयांश कक्षा एक में। उन्होंने अपने पिता को फौजी वर्दी में देखा था और अब वे मां को भी अफसर बनते हुए देखेंगे। ज्योति की इस उपलब्धि पर उनका पूरा परिवार गर्वित महसूस कर रहा है।

 

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