भीषण गर्मी ने देहरादून में 150 साल से पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है. शुक्रवार को देहरादून का अधिकतम तापमान आज 43.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है. मौसम विभाग के अनुसार आज भी देहरादून का मौसम इसी तरह बना रहेगा. मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को अधिकतर मैदानी जिलों और पर्वतीय जिलों के कुछ क्षेत्रों में हीट वेव कंडीशन बनी रही. जिसके चलते शुक्रवार 31 तारीख को मई के महीने में देहरादून का हाईएस्ट टेंपरेचर रिकॉर्ड किया गया है. मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार शुक्रवार को देहरादून में भीषण गर्मी का प्रकोप देखने को मिला. देहरादून का अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री दर्ज किया गया है, जिसने अब तक के पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं. मौसम विभाग एक जनवरी 1867 से देहरादून में टेंपरेचर काउंट कर रहा है. विभाग के निदेशक के अनुसार 43.2 डिग्री मई महीने में अब तक का अधिकतम तापमान है.
पिछले साल मई में अधिकतम तापमान 43.1 दर्ज किया गया था. पिछले रिकॉर्ड को पास करते हुए शुक्रवार 31 मई को 0.1 डिग्री सेल्सियस तापमान अधिक दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि आज यानि शनिवार को भी अधिकतर मैदानी जिलों में हीट वेव कंडीशन के आसार बने हुए हैं. हालांकि राहत की बात है कि आज पर्वतीय जिलों के कुछ क्षेत्रों में रेन थंडरस्टॉर्म एक्टिविटी का अनुमान है. मौसम विभाग के निदेशक ने बताया कि आगे भी प्रदेश का मौसम इसी तरह बना रहेगा. हालांकि आज के बाद हीट वेव कंडीशन से थोड़ा राहत मिलने की संभावना है. वहीं मौसम विभाग ने लोगों को भीषण गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए एहतियात बरतने की सलाह दी है.
प्रदेश के पांच पर्वतीय जिलों में तेज गर्जन के साथ झोंकेदार हवाएं चलने की संभावना है। केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के मुताबिक पर्वतीय जिलों के कुछ इलाकों में तेज गर्जन के साथ 40 से 50 किलोमीटर की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चलने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा इन जिलों के कुछ हिस्सों में तेज गर्जन के साथ हल्की बारिश भी हो सकती है। जबकि मैदानी क्षेत्रों में गर्म हवाओं का सिलसिला जारी रहेगा।मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार आज (शनिवार) भी अधिकतम तापमान 42 डिग्री रहने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है, तापमान में हो रही बढ़ोतरी की वजह से मैदान में गर्म हवाएं चल रही हैं। आने वाले दिनों की बात करें तो जून के पहले सप्ताह के बाद तापमान में कमी देखने को मिल सकती है।