अब 70 साल और इससे ज्यादा उम्र के सभी लोगों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिलेगा। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज इसकी शुरुआत करेंगे। इस योजना के तहत हर साल 5 लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त कराया जा सकता है। इस योजना में मुफ्त इलाज के लिए कोई शर्त नहीं रहेगी। इनकम, पेंशन, बैंक बैलेंस, जमीन या पुरानी बीमारियों के आधार पर किसी बुजुर्ग को इस योजना के दायरे से बाहर नहीं किया जाएगा। देश में 70 साल से ज्यादा उम्र के करीब 6 करोड़ लोगों को इसका फायदा होगा। अभी 35 करोड़ से ज्यादा लोग आयुष्मान योजना का फायदा उठा रहे हैं। इस घोषणा के बाद इनकी संख्या करीब 40 करोड़ हो जाएगी। यानी ये लोग प्राइवेट हॉस्पिटल में जाकर 5 लाख रुपए तक का इलाज फ्री में करा सकते हैं। इनके इलाज का पैसा सरकार देती है।
इस योजना में पुरानी बीमारियां भी कवर होती हैं। किसी बीमारी में अस्पताल में एडमिट होने से पहले और बाद के खर्च इसमें कवर होते हैं। इसके अलावा सभी मेडिकल जांच, ऑपरेशन और दवाइयों का खर्च भी इसमें शामिल है। केंद्र ने 2017 में योजना की शुरुआत की थी आयुष्मान भारत दुनिया की सबसे बड़ी बीमा योजना है, जो देश के सबसे गरीब 40 प्रतिशत लोगों को हर साल 5 लाख रुपए तक की मुफ्त इलाज की सुविधा देती है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति के तहत केंद्र सरकार ने यह योजना साल 2017 में शुरू की थी। हालांकि, पश्चिम बंगाल सहित कई राज्य इस योजना को मानने से इनकार कर रहे हैं और राज्य में खुद अपनी योजना चला रहे हैं।
उत्तराखंड में भी 70 साल से ऊपर के छह लाख बुजुर्गों को पांच लाख तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी। इस सुविधा के लिए सभी बुजुर्गों का नये सिरे से कार्ड बनेगा। जो आयुष्मान योजना से अलग होगा। अभी तक प्रदेश सरकार आयुष्मान योजना के तहत 70 साल से ऊपर के बुजुर्गों को मुफ्त इलाज की सुविधा दे रही थी। लेकिन अब केंद्र सरकार की ओर से इलाज का खर्चा उठाने से प्रदेश सरकार पर आर्थिक बोझ कम होगा। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के निदेशक वाईएस टोलिया ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस योजना का शुभारंभ करेंगे। जिसके बाद ही केंद्र सरकार के दिशानिर्देश पर बुजुर्गों के लिए अलग से कार्ड बनाए जाएंगे। आयुष्मान योजना में पूरे परिवार को सालाना पांच लाख का मुफ्त इलाज दिया जाता है। लेकिन 70 साल से अधिक आयु के प्रत्येक वरिष्ठ नागरिक को पांच लाख का इलाज की सुविधा होगी।