फरवरी में चार दिन के अंतराल में मौसम बिगड़ा तो एक बार फिर उत्तराखंड में पहाड़ से लेकर मैदान तक ठंड लौट आई। गुरुवार को ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी तो मैदानों में हुई रुक-रुककर बारिश से दिन के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, रात का न्यूनतम तापमान सामान्य रहा तो थोड़ी राहत मिली।

मौसम में आए बदलाव के बाद धनोल्टी, चकराता, बुरांशखंडा, नागटिब्बा, सुरकंडा में जमकर बर्फबारी हुई। मसूरी में बारिश के साथ ऊंचाई वाले इलाके लालटिब्बा, चार दुकान क्षेत्र में हल्की बर्फबारी भी हुई। इससे क्षेत्र में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। बृहस्पतिवार को मसूरी में सुबह बारिश और सात हजार फीट ऊंचाई वाले लालटिब्बा, चार दुकान क्षेत्र में हल्की बर्फबारी हुई।हालांकि, बर्फ ज्यादादेर तक टिक नहीं पाई। बर्फ गिरते देख स्थानीय लोगों के साथ ही पर्यटकों में उत्साह दिखाई दिया। मसूरी में ठंड से लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं।

ठंड से बचने के लिए लोगों ने अलाव का सहारा लिया। उधर, धनोल्टी, चकराता, बुरांशखंडा में झमाझम बारिश के बाद जमकर बर्फ पड़ी। धनोल्टी में घर की छतों, वाहनों, पेड़, पौधों पर बर्फ जम गई। पहाड़ बर्फ की सफेद चादर में लिपट गए। त्यूणी-चकराता-मसूरी-मलेथा राष्ट्रीय राजमार्ग के 10 किलोमीटर हिस्से में बर्फ जम जाने से एक घंटा यातायात बाधित रहा। बर्फबारी से पूरे क्षेत्र के पहाड़, गांव, रास्तों ने सफेद चादर ओढ़ ली है। सीजन की इस सातवीं बर्फबारी से क्षेत्र के किसानों व पर्यटन कारोबारियों के चेहरे भी खिल गए हैं।