दुःखद खबर: देवभूमि के एक और लाल ने देश के लिए दी कुर्बानी, 6 महीने बाद आना था रिटायरमेंट
सेना के सूत्रों के मुताबिक राजौरी के थानामण्डी क्षेत्र में आतंकियों के खिलाफ सेना का ऑपरेशन चल रहा था। सुबह तक चले ऑपरेशन में दो आतंकियों को मार गिराया गया था एक तीसरे आतंकी के संदेह में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। उसी दौरान घात लगाकर आतंकी ने बर्स्ट मार दिया जिसकी चपेट में सूबेदार राम सिंह आ गए और बुरी तरह जख्मी हो गए। चिकित्सकों की टीम ने उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन अत्यधिक खून बह जाने के कारण नहीं बचा सके।
शहीद सूबेदार राम सिंह का परिवार मेरठ में रहता है। वे मूल रूप से पौड़ी जिले के सलाना गांव के रहने वाले थे। सूबेदार राम सिंह 16 वीं गढ़वाल राइफल में शामिल हुए थे। पौने 2 साल से वह राष्ट्रीय राइफल के साथ कार्यरत थे। उन्हें फरवरी 2022 में रिटायर होना था। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने सूबेदार राम सिंह के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है।
मेरठ में सूबेदार राम सिंह गंगानगर के इशापुरम में राह रहे थे। कसेरूखेड़ा सैनिक कॉलोनी के रहने वाले कैप्टन वीर सिंह रावत ने बताया कि सूबेदार राम सिंह की 4 बेटियां व एक बेटा है। इनमें से दो बेटियों की शादी हो चुकी है जबकि दो बेटियां शादी के लिए अभी भी है। पति के शहीद होने की सूचना मिलने के बाद से ही पत्नी अनिता भंडारी का रो रो कर बुरा हाल है। सबसे बड़ी बेटियां प्रियंका सिंह और करिश्मा नेगी परिवार को संभालने की कोशिश कर रही हैं। वही छोटी बेटियां मीनाक्षी भंडारी व मनीषा भंडारी के साथ बेटे सोलन भंडारी मां को संभालने के साथ एक दूसरे को संभालने में जुटे हैं। पूरे परिवार और क्षेत्र में मातम छाया हुआ है।