उत्तराखंड के बिजली उपभोक्ताओं को ऊर्जा निगम ने फिर राहत दी है। दिसंबर के बिल में भी निगम औसत 85 पैसे प्रति यूनिट की छूट देने जा रहा है। बाजार से सस्ती दरों पर बिजली खरीद के चलते फ्यूल एंड पावर पर्चेज कास्ट एडजेस्टमेंट (एफपीपीसीए) के तहत इस माह 103 करोड़ रुपये से अधिक उपभोक्ताओं को लौटाए जाएंगे। इस वर्ष पहले भी ऊर्जा निगम उपभोक्ताओं को इस प्रकार की राहत दे चुका है।
ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार ने बताया कि उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग के टैरिफ विनियमों के अनुसार यदि ऊर्जा निगम की मासिक विद्युत क्रय लागत अनुमोदित विद्युत क्रय लागत से अधिक होती है तो उसे उपभोक्ताओं के बिजली बिलों में एफपीपीसीए मद में चार्ज किया जाता है। इसके विपरीत यदि मासिक विद्युत क्रय लागत अनुमोदित विद्युत क्रय लागत से कम होती है तो उसे उपभोक्ताओं के बिजली बिलों में वापस किया जाता है।
अप्रैल से अक्तूबर के बीच औसत बिजली खरीद की लागत 4.69 रुपये प्रति यूनिट रही है। यूपीसीएल ने जुलाई में 39.06 करोड़ की बचत से उपभोक्ताओं को 30 पैसे प्रति यूनिट, अगस्त में 67.10 करोड़ बचत से 52 पैसे प्रति यूनिट, सितंबर में 28.88 करोड़ बचत से 23 पैसे प्रति यूनिट, अक्तूबर में 84.19 करोड़ बचत से 70 पैसे प्रति यूनिट और नवंबर में 104.49 करोड़ की बचत कर उपभोक्ताओं को औसत 88 पैसे प्रति यूनिट की छूट दी है।
किसे कितनी छूट मिलेगी
उपभोक्ता प्रति यूनिट छूट
घरेलू 25 से 68 पैसे
अघरेलू 98 पैसे
गवर्नमेंट पब्लिक यूटिलिटी 92 पैसे
प्राइवेट ट्यूबवेल 30 पैसे
कृषि गतिविधियां 42 पैसे
एलटी इंडस्ट्री 91 पैसे
एचटी इंडस्ट्री 91 पैसे
मिक्स लोड 85 पैसे
रेलवे ट्रैक्शन 85 पैसे
ईवी चार्जिंग स्टेशन 81 पैसे