Uttarakhand

सुगम और सुरक्षित यात्रा बनाने की तैयारी, चुनौतियां भी नहीं हैं कम… आज से ऑफलाइन पंजीकरण शुरू

उत्तराखंड में आगामी चारधाम यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए प्रदेश सरकार तैयारियों में जुटी है, लेकिन यात्रा की राह में उच्च हिमालयी क्षेत्रों में मौसम, भूस्खलन और पर्यावरण संरक्षण, सुरक्षित यातायात जैसी कई चुनौतियां भी हैं। इन चुनौतियों से पार पाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की यात्रा तैयारियों पर पूरी नजर है। विभागीय उच्च अधिकारियों से यात्रा के दौरान व्यवस्थाओं का फीडबैक लेकर लगातार दिशा निर्देश दे रहे हैं। चारधाम यात्रा राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। यात्रा पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर से लाखों परिवारों की आजीविका टिकी है। 10 मई को केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलते ही चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी, जबकि 12 मई को बदरीनाथ धाम खुलेंगे।

पर्यटन विभाग की ओर से चारधाम यात्रा के लिए तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं। इसके लिए बुधवार से हरिद्वार और ऋषिकेश में सुबह सात से शाम सात बजे तक ऑफलाइन पंजीकरण भी शुरू किए जाएंगे। धर्मनगरी में भी ऑफलाइन पंजीकरण के लिए छह काउंटर बनाए गए हैं। इन पर हर धाम के लिए पांच-पांच सौ यात्रियों के पंजीकरण किए जाएंगे। सरकार की ओर से चारधाम यात्रियों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा दी गई है। इससे उत्तराखंड में यात्रा करने वाले श्रद्धालु घर बैठे पंजीकरण करा रहे हैं, लेकिन प्रदेश में प्रवेश करने वाले यात्रियों को भी जगह-जगह ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा दी जाती है।

इसके लिए विभाग की ओर से पंजीकरण काउंटर खोले जाते हैं। इसमें धर्मनगरी में भी पर्यटन विभाग के कार्यालय परिसर में छह काउंटर खोल दिए गए हैं। काउंटरों पर बदरीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के लिए पांच-पांच सौ स्लॉट यात्रियों की बुकिंग के लिए पंजीकरण किए जाएंगे। केंद्रों पर पंजीकरण के लिए इंटरनेट सुविधा, लाइट, बिजली के साथ ही यात्रियों के बैठने के लिए कुर्सियां, हवा और ठंडे पानी की व्यवस्था की गई है।

केदारनाथ यात्रा को लेकर हेली कंपनियों ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। सभी नौ हेली कंपनियों का स्टाफ केदारघाटी में बने विभिन्न हेलीपैड पर पहुंचकर बुनियादी सुविधाएं जुटाने में जुट गए हैं। केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाएं कपाट खुलने के दिन से शुरू होने की उम्मीद है। केदारनाथ यात्रा को लेकर जहां जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन तैयारियों में जुटा है, वहीं हेली कंपनियों के स्टाफ भी दिल्ली व अन्य क्षेत्रों से केदारघाटी पहुंच गया है। केदारनाथ यात्रा में हेली कंपनियों की मुख्य भूमिका होती है, लगातार हेली से केदार बाबा के दर्शन करने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है। हेलीकॉप्टर का क्रेज बढ़ने से हेली कंपनियों द्वारा सेवाएं सकुशल संचालित करना भी कड़ी चुनौती रहता है।

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