उत्तराखंड में तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार अब दीर्घकालिक योजनाओं को धरातल पर मूर्त रूप देने की दिशा में आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस कड़ी में बुधवार को अपने आवास पर अधिकारियों के साथ बैठक में पौड़ी जिले के प्रवेश द्वार कोटद्वार से भी चारधाम यात्रा के संचालन की संभावना तलाशने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा अभी मुख्य रूप से ऋषिकेश से संचालित होती है लेकिन यहां पर बड़ी संख्या में यात्रियों के पहुँचने के चलते जाम की समस्या भी बढ़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा का संचालन किस तरह से कोटद्वार से भी किया जा सकता है, इसकी भी संभावना तलाशी जायें। मुख्यमंत्री ने केदारनाथ धाम, हेमकुंड साहिब व यमुनोत्री धाम के लिए रोपवे निर्माण के लिए निविदा प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। टिहरी झील और आसपास के क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एडीबी ने 1200 करोड़ रुपये का अवस्थापना संबंधी प्रोजेक्ट स्वीकृत किया गया है। उन्होंने इसकी निविदा प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिए।

उन्होंने यात्रियों की बढ़ती संख्या के दृष्टिगत यमुनोत्री धाम की धारण क्षमता बढ़ाने के लिए कार्ययोजना तैयार करने को भी कहा। मुख्यमंत्री ने चारधाम समेत प्रदेश में सभी यात्राओं के बेहतर प्रबंधन के लिए यात्रा प्राधिकरण के गठन के लिए त्वरित गति से कार्रवाई करने को भी निर्देशित किया।  मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के आने से टिहरी झील के आसपास के क्षेत्र में पर्यटन तेजी से बढ़ेगा। इससे यह झील और भी अधिक आकर्षण का केंद्र बनेगी। मुख्यमंत्री ने पौड़ी जिला मुख्यालय तक पर्यटन को बढ़ावा देने के भी निर्देश दिए ताकि अधिक से अधिक लोग यहां पहुँच सके और यह क्षेत्र भी सीधे पर्यटन से जुड़ सके।