हरिद्वार: बाबा रामदेव का एक और बयान- पतंजलि भविष्य में खोलेगा मेडिकल कॉलेज, आदर्श एमबीबीएस डॉक्टर करेगा तैयार
एलोपैथी पद्धति पर लगातार विवादित बयानों से पतंजलि योग पीठ के संस्थापक बाबा रामदेव आईएमए के निशाने पर हैं। आरोप प्रत्यारोप का यह विवाद पिछले कई दिनों से चल रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के हस्तक्षेप पर बाबा ने तभी अपने बयान वापस लिया था, लेकिन अगले ही दिन फार्मा कंपनियों और चिकित्सकों से 25 सवाल पूछकर नया विवाद खड़ा कर दिया। आरोप-प्रत्यारोप के बीच अब बाबा रामदेव का एक इंटरव्यू खूब वायरल हो रहा।
इसमें वह कह रहे हैं कि उनकी मंशा एलोपैथी या चिकित्सकों को आहत करने की नहीं थी। उनका कोई बयान ऑफिशियल नहीं था। वह तो मात्र कार्यकर्ताओं के बीच बात कर रहे थे और वायरल हो गया। बाबा रामदेव ने कहा, उनके मन में किसी के प्रति कोई निरादर और घृणा नहीं है। किसी को कोसना, दोष देना और नीचा दिखाना मकसद नहीं है। बाबा रामदेव ने कहा कि पतंजलि खुद भविष्य में मेडिकल कॉलेज खोलेगा। इसमें आदर्श एमबीबीएस डॉक्टर भी तैयार करेगा।
बाबा रामदेव ने कहा कि उन्होंने तो चिंता व्यक्त की थी कि वैक्सीन की डबल डोज लेने के बाद भी कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज में जुटे चिकित्सकों की जान नहीं बचाई जा सकी। उन्होंने सुझाव दिया था कि डाक्टरों को वैक्सीन के साथ कोरोनिल की भी डबल डोज दी जानी चाहिए थी, ताकि उनका जीवन बचाया जा सकता। इस बयान को गलत संदर्भ में लिया गया। योग गुरु ने कहा कि वह चाहते हैं कि एलोपैथी और आयुर्वेद के सर्वश्रेष्ठ से एक ऐसी पैथी विकसित की जाए, जो सर्व सुलभ हो और अचूक हो।