उत्तराखंड: खुशियाँ बदली मातम में, दुल्हन के सगे और चचेरे भाई समेत 5 बच्चों की नदी में डूबने से मौत
पिथौरागढ़ जिले के सेराघाट के बड़ोली में नदी में नहाने गए पांच बच्चों की सरयू के तेज प्रवाह में डूबने से मौत हो गई। तीन बच्चे किसी तरह सुरक्षित बच निकले।बुधवार को तेज गर्मी में नदी में नहाने गए आठ बच्चे नदी में नहा रहे थे। इसी दौरान नदी के तेज प्रवाह की चपेट में आने से पांच बच्चों की नदी में डूबने से दर्दनाक मौत हो गई। सभी बच्चों के शव नदी से निकाल लिए गए हैं। सेराघाट सेरा ऊर्फ बडौली कटौच के पास सरयू नदी मे नहाते समय हादसा हुआ था। बच्चाें के नदी में डूबने की आवाज सुनकर ग्रामीण बच्चों को बचाने के लिए दौड़े। काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने बच्चों को बाहर निकाला, लेकिन तबतक पांच बच्चों की नदी में डूबने की वजह से मौत हो गई थीं। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस-प्रशासन की टीमों ने तीन बच्चों काे नदी से सुरक्षित बाहर निकाला।
नदी में डूबे पांचों किशोरों के शवों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सेराघाट पहुंचाया गया है। गणाई गंगोली की विधायक मीना गंगोला मौके पर पहुंच गई हैं। उन्होंने बताया कि पांचों किशोर एक विवाह समारोह में शामिल होने के लिए गणाई गंगोली के कूणां व सिमली गांव से सेराघाट गए थे। विवाह समारोह में उनके परिजनों को वर व वधू दोनों पक्षों से निमंत्रण था। पांचों किशोर दो दिन पहले सेराघााट चले गए थे जहां महिला संगीत आदि कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे थे। आज बारात गणाई गंगोली पहुंचनी थी। इससे पहले पांचों दोस्तों ने नदी में नहाने की योजना बनाई लेकिन वे नदी की गहराई को भांप नहीं सके और उसमें डूब गए।
मृतकों की पहचान रवींद्र 15 वर्ष पुत्र गोकुल राम, साहिल 15 वर्ष पुत्र पूरन राम , मोहित 17 वर्ष पुत्र अशोक , राजेश 16 वर्ष पुत्र खीम राम , पीयूष 15 वर्ष पुत्र कृष्ण कुमार निवासी धौलियाइजर गांव कूना गणाई गंगोली के रूप में हुई। मृतकों में एक युवक दुल्हन के सगा और एक चचेरा भाई भी बताया जा रहा है। जबकि तीन अन्य युवक भी गांव के भी दुल्हन के भाई लगते हैं।