उत्तराखंड: पेड़ गिरने से दंपती और पोती की मौत, मची चीख पुकार
उत्तराखंड के चंपावत में अचानक बदला मौसम परिवार पर काल बनकर टूट पड़ा। तेज हवा में पाखड़ का पेड़ उखड़कर गिरने से उसके नीचे छांव में सो रहे पति-पत्नी और उनकी चार माह की मासूम पोती की दबकर मौत हो गई। वहां बैठे अन्य लोगों ने भी किसी तरह भागकर जान बचाई। हादसा रेलवे क्षेत्र में हुआ है।
सूचना पर अग्निशमन, पुलिस और तहसील प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। बताया जा रहा है कि मृतक दंपती यहां कबाड़ बिनकर गुजर-बसर करते थे।
सोमवार को दोपहर के वक्त तेज हवा चल रही थी। इसी दौरान श्रम विभाग के कार्यालय के सामने रेलवे क्षेत्र में हवा से पाखड़ का भारी-भरकम पेड़ एकाएक धराशायी हो गया। पेड़ के नीचे छांव में कबाड़ बीनने वाले कुछ लोग बैठे थे और कुछ सो रहे थे। पेड़ गिरने का आभास होते ही बैठे लोगों ने तो भागकर जान बचा ली, लेकिन सो रहे लोग पेड़ के नीचे दब गए।
हादसे में शाहजहांपुर के निगोई थानाक्षेत्र के मिलकिया गांव निवासी अमर सिंह (45) पुत्र प्यारे और उसकी पत्नी सुनीता (42) की घटना स्थल में ही मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल उनकी चार माह की पोती आशा पुत्री नरेश ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया।
हादसा होते ही मौके पर चीख-पुकार मच गई। सूचना मिलते ही फौरन मौके पर पहुंची अग्निशमन विभाग की टीम ने पेड़ के नीचे दबे शवों को बाहर निकाला।
बाद में सीओ अविनाश वर्मा, थानाध्यक्ष जसवीर सिंह चौहान, मनिहारगोठ चौकी प्रभारी तेज कुमार और राजस्व निरीक्षक अमर सिंह मंगला ने मौके में पहुंच कर घटना के बारे में जानकारी ली।