यहाँ गहनों का वजन कम बताकर दुल्हन ने तोड़ी शादी, फिर फोन कर बुलाया अपने प्रेमी को…जानिए पूरा मामला
मीडिया में छपी रिपोर्ट के अनुसार, मामला कन्नौज कोतवाली क्षेत्र के ककलापुर गांव की है। जहां दुल्हन ने जयमाला के दौरान गहने का वजन कम होने का आरोप लगाकर कार्यक्रम रुकवा दिया। इतना ही नहीं दुल्हन ने अपने प्रेमी को बुलाकर उससे शादी करने की मांग भी कर डाली।
गुरुवार रात सौरिख के फूलनपुर गांव से रामसनेही की बेटी मोनी बारात ककलापुर आई थी. जयमाल के लिए वधू मोनी को बुलाया गया तो उसने जेवरों का वजन कम होने का आरोप लगाकर शादी से इनकार कर दिया. उसने अपने हैयातनगर छिबरामऊ निवासी अपने प्रेमी राजाराम को बुलाया और शादी उसी से करने की बात कही. स्टेज पर दूल्हा बबलू फूलों की माला लिए खड़ा देखता रहा.
दुल्हन की जिद पर उसके प्रेमी अजीत के हाथों में रात को ही मेंहदी लगी और शादी की रस्में शुरू हो गईं. जिसके बाद दूल्हे के पिता ने पुलिस बुलवा ली. पुलिस ने विवाह रोक दिया और दूल्हे बबलू, प्रेमी अजीत व दुल्हन मोनी को कोतवाली ले आई.
शुक्रवार सुबह पुलिस की उपस्थिति में जब पंचायत शुरू हुई तो मामला और पेचीदा हो गया. फर्रुखाबाद के फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के बरना खुर्द सतौली गांव निवासी बादाम सिंह पंचायत में पहुंचे थे. उन्होंने पुलिस को बताया कि अजीत (दुल्हन मोनी का प्रेमी) से छह महीने पहले उन्होंने अपनी बेटी का रिश्ता तय किया था. गोदभराई व वरीक्षा का रस्म भी हो चुका है. भरी पंचायत में बादाम सिंह ने अपनी बेटी का रिश्ता अजीत के साथ करने से इनकार करते हुए वरीक्षा व गोदभराई का खर्च मांगा. अजीत ने उन्हें पैसे लौटा दिए.
पूरे एक दिन तक चले इस ड्रामे के बाद दुल्हन मोनी के परिजनों ने दूल्हे बबलू के परिजनों को समझाया. लड़की वालों ने बरात में हुआ खर्च लड़के वालों को लौटा दिया. बारात भी बिना दुल्हन लिए लौट गई. शुक्रवार शाम तक मोनी व अजीत की प्रेम कहानी को लेकर पंचायत चलती रही, लेकिन विवाह का निर्णय नहीं हो सका था. इधर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक शैलेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि मोनी बालिग है. वह अपनी पसंद से विवाह करने के लिए स्वतंत्र है.